पूर्व विधायक अनिल कुमार ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का साथ छोड़ दिया है। दो बार बसपा से विधायक रहे अनिल अब समाजवादी पार्टी (सपा) का दामन थाम रहे हैं। इनके इस निर्णय से बसपा को करारा झटका लगा है। हालांकि बसपा में रहते उन्हें टिकट कटने से लेकर निलंबन तक का सामना करना पड़ा। लखनऊ में रविवार को उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। वह सोमवार को सपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। पूर्व विधायक अनिल कुमार ने सपा में शामिल होने की पुष्टि करते हुए कहा कि उनके साथ काफी समर्थक भी सपा ज्वॉइन करेंगे।
जिले में दो बार बसपा के विधायक रहे अनिल कुमार ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। अनिल कुमार 2007 में चरथावल और 2012 में पुरकाजी सुरक्षित सीट से विधायक रहे हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भी वह पुरकाजी से बसपा के टिकट पर ही चुनाव लड़े थे। बसपा में रहते हुए उन्हें कई बार अपने विरोधियों का सामना करना पड़ा। डेढ़ साल पहले उन्हें बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी से निलंबित भी कर दिया था। इसके बावजूद अनिल कुमार ने बसपा नहीं छोड़ी थी। हाल ही में छह माह पूर्व ही उनका निलंबन वापस हुआ था। प्रदेश के वर्तमान राजनीतिक माहौल और 2022 के चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने सपा में जाने का निर्णय लिया है।
इसी परिप्रेक्ष्य में वह रविवार को अपने साथियों के साथ लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले। उन्हें सपा में शामिल कराने को लेकर सोमवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ में ही प्रेस वार्ता करेंगे। पूर्व विधायक अनिल कुमार ने सपा में शामिल होने की पुष्टि करते हुए कहा कि उनके साथ काफी समर्थक भी सपा ज्वॉइन करेंगे। बसपा छोड़ने के कारण उन्होंने पार्टी की नीति और पुराने नेताओं को उपेक्षित करना बताया।
एससी नेता ही छोड़ रहे पार्टी
बसपा में लंबे समय तक सक्रिय रहे एससी समाज के बड़े नेता ही पार्टी छोड़ने लगे हैं। पूर्व विधायक अनिल कुमार से पहले पुरुषोत्तम बसपा छोड़ चुके हैं। पुरुषोत्तम भाजपा में शामिल हो गए हैं और उन्हें पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य भी बनाया है।